Krishna dancing on Kaliya Naag

कर्णाटक संगीत , तिल्लाना और कालिया मर्दन

कान में द्रुत गति से ऊपर नीचे होते स्वरों ने दस्तक दी. घटम से उठती ताल और उन अपरिचित होते हुए भी परिचित से लगने वाले बोलों की ध्वनि ने […]

वर्कला की साँझ

दूर नीले समुंद के उस पार , स्वर्ण मृगीय क्षितिज पर खड़े होकर जब सूरज का लाल गोला डुबकी लगाने की तैयारी कर रहा होता , समंद के इस पार, वरकला के तट पर जीवन बड़ी हलचल में व्यस्त होता।

भगवान नेमिनाथ की जीवन कथा

कथा है जैन धर्म के बाइसवें तीर्थंकर भगवान् नेमिनाथ की। अपने जीवनकाल में भगवान् नेमिनाथ ने अनेकों आत्माओं को चेताया। गिरिनार पर्वत पर ही उन्होंने देह का त्याग किया और निर्वाण को प्राप्त हुए.

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